मुख्यमंत्री का विरोध, सवर्ण समाज के लोगों पर लाठीचार्ज

- सतना में पिछड़ा वर्ग सम्मेलन में शामिल हुए मुख्यमंत्री के घेराव की कोशिश
- कमलनाथ बोले, मुख्यमंत्री की झूठी घोषणाओं का प्रतिफल है जनता का विरोध
भोपाल/सतना। अनुसूचित जाति/जनजाति अधिनियम में हुए ताजा बदलाव के विरोध में गैर अनुसूचित वर्गों का गुस्सा बढ़ते ही जा रहा है। मंलगवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पिछड़ा वर्ग महाकुंभ में पहुंचे। विरोध कर रहे लोगों ने मुख्यमंत्री के सभास्थल बीटीआई ग्राउंड पर मुख्यमंत्री के काफिले का घेराव करते हुए उग्र प्रदर्शन किया। पुलिस ने रोका तो वह उग्र हो गए। इस अधिनियम के विरोध में लोगों ने शिवराज सिंह चौहान को काले झंडे दिखाने और घेरने की कोशिश की। इस दौरान सवर्ण समाज और पुलिस के बीच जमकर झड़प हुई। इसके बाद पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी और प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा। गौरतलब है कि विंध्य क्षेत्र के सवर्णों में सरकार के प्रति सर्वाधिक विरोध के स्वर भड़के हैं।
मुख्यमंत्री को दी जा रही सख्त सुरक्षा
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री पर पहले भी दो बार हमला हो चुका है। सीधी के चुरहट में उनके रथ पर पत्थरबाजी की गई। करणी सेना ने उनकी सभा में चप्पल फेंका। वहीं, सोमवार रात उज्जैन जिले के महिदपुर में मुख्यमंत्री के काफिले पर अज्ञात लोगों ने हमला बोला। इसी के मद्देनजर सतना में सुरक्षा की चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था की गई। दो एएसपी 17 डीएसपी 25 टीआई सहित 1000 पुलिस बल तैनात किया गया था। सर्व समाज के लोगों ने इस कार्यक्रम का विरोध करने की पहले ही चेतावनी दी थी। कड़ी सुरक्षा के बावजूद सभास्थल पर जमकर हंगामा हुआ।
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मुख्यमंत्री के विरोध को भुनाने जुटी कांग्रेस
कमलनाथ बोले- मुख्यमंत्री पर ऐसे हमले और होंगे
मुख्यमंत्री का विरोध होने पर मप्र कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा है कि अभी उनके ऊपर ऐसे हमले और होंगे। यह जनता की आवाज है, जनाक्रोश है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता को ठगा है। मंगलवार सुबह भोपाल में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में मीडिया से बात करते हुए कमलनाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की जनआशीर्वाद यात्रा के काफिले पर हुआ पथराव निंदनीय है, लेकिन यह भी देखना होगा कि कहीं ना कहीं जनआक्रोश है। जनता खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही है। युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। युवा परेशान हैं। प्रदेश सरकार वादे पर वादा किए जा रही है। नतीजे नहीं मिलने से लोग हताश हैं उसी का परिणाम ये हमले हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अपने आपको किसान पुत्र बताते हैं लेकिन उनको ये भी बताना चाहिए कि क्यों प्रदेश के किसान सबसे ज्यादा दुखी हैं। कमलनाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री कार्यक्रमों में छोटी-छोटी बच्चियां घंटों भूखी बैठी रहती हैं। राहुल गांधी के कार्यक्रम में अगर बच्चियों ने उनका तिलक किया तो इसमें भाजपा को क्या परेशानी हो रही है।
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पंचायत सचिवों को 7वां वेतनमान देगी कांग्रेस
प्रदेश में काफी लंबे समय से जनपद सीईओ, सरपंच, सचिव और कम्प्यूटर ऑपरेटर संघों अपने वेतनमान के साथ साथ कई मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। मंगलवार को इन संगठनों ने राजधानी में रैली की। कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने संगठन के लोगों से मुलाकात की और मंच से बड़ा ऐलान कर दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में आई तो पंचायत सचिवों को 7वां वेतनमान देगी। शिवराज सरकार पर निशाना साधते हुए नाथ ने कहा कि आप सबके साथ अन्याय नहीं आपका अपमान हुआ है। यह प्रदेश सरकार किसानों की बात नहीं सुन सकती, नौजवानों की बात नहीं सुनते। राहुल जी आए थे तो उन्होंने मुझसे यह पूछा कि आप हमारे कर्मचारी भाइयों की समस्याओं को घोषणापत्र में सम्मिलित करने जा रहे हैं या नहीं तो मैंने उन्हें बताया कि हम अपने सभी कर्मचारी भाइयो की मांगों को अपने घोषणापत्र में स्थान देने जा रहे हैं।
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विध्यं को साधेंगे राहुल, 27, 28 को सतना, रीवा में सभा
चित्रकूट में कामतानाथ जी के दर्शन करेंगे
भोपाल से चुनावी शंखनाद करने के ठीक 10 दिन बाद राहुल गांधी दो दिन के सतना और रीवा में सवर्णों को साधेंगे। चित्रकूट में विश्वप्रसिद्ध कामतानाथ मंदिर में भगवान श्रीराम की पूजन-अर्चना के बाद वह परिक्रमा के बाद सतना, रीवा जाएंगे। यहां सात जिलों की 30 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस की नजर है। करीब 20 साल पहले ये सभी जिले कांग्रेस का गढ़ माने जाते थे। गौरतलब है कि राहुल मानसरोवर यात्रा कर चुके हैं। अब वे कामतनाथ के दर्शन करेंगे।